सेबी के अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे

सेबी ने एफडीआई डिसक्लोजर सीमा को दोगुना कर 50000 करोड़ रुपये किया, निवेश सलाहकारों को ये राहत मिली

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 मुंबई में 24 मार्च को भारतीय प्रतिभूति व विनियम बोर्ड (सेबी) ने अपनी बोर्ड मीटिंग के बाद कई अहम फैसलों की घोषणा की। नए चेयरमैन तुहिन कांत पांडे की अध्यक्षता में सेबी के बोर्ड की यह पहली बैठक थी। आइए इस बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में विस्तार से जानें।

मुंबई में 24 मार्च को भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) ने अपनी बोर्ड मीटिंग के बाद कई अहम फैसलों की घोषणा की है। नए चेयरमैन तुहिन कांत पांडे की अध्यक्षता में सेबी के बोर्ड की यह पहली बैठक थी। सेबी के नए अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे ने अपनी अध्यक्षता में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा विस्तृत खुलासे की सीमा को मौजूदा 25,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 50,000 करोड़ रुपये करने की मंजूरी दे दी है। सेबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह खुलासे पलएमएलए/पीएमएलआर विनियमों के अनुपालों को सुनिश्चित करने के लिए हैं। वहीं सेबी ने अनुसंधान विश्लेषकों (आरए) और निवेश सलाहकारों के लिए अग्रिम शुल्क संग्रह के मानदंडों में ढील दी गई है और दोनों पंजीकृत संस्थाओं को एक साल के लिए अग्रिम शुल्क एकत्र करने की अनुमति दी है।

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