सेहत को लेकर आजकल हर व्यक्ति फिक्रमंद नजर आता है । शहर से गांव तक सेहत की चर्चा आम हो गई है।
डॉक्टर का कहना है की स्वस्थ जीवन के लिए जितनी कसरत जरूरी है उतनी ही जरूरी खान-पान और सही दिनचर्या।
आहार और कसरत से जुड़ी आंतों को बदलना कठिन हो सकता है लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है आज यानी 7 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे है।
इस मौके पर लिए जानते हैं कौन-कौन छोटे-मोटे बदलाव हैं जिनकी बदौलत हम स्वस्थ रह सकते हैं।
1. भोजन करने के तरीकों में करें यह बदलाव
डॉ राजेश चौरसिया आहार के लिए एक आसान विकल्प का सुझाव देते हैं।
वह कह रहे हैं कि अगर आपको अपने आहार में परिवर्तन या फिर इस काम करना कठिन लग रहा है तो फिर आप पूरे दिन का भोजन से 12 घंटे के दौरान ही खा ले।
डॉक्टर चौरसिया कहते हैं क्या आपको इस नियम का कड़ाई से पालन करने का फायदा होगा? मैं कहूंगा हां, कुछ लोगों को होगा लेकिन मेरा कहना है कि अगर आप दिन में 12 घंटे ऐसा करते हैं तो इसे तय करें और फिर मेरी दूसरी सिफरशो पर गौर करें।
वह कहते हैं यह एक बहुत ही सरल बदलाव है। इससे मैं लोगों को प्रभावशाली बदलाव देखे हैं।
2. हफ्ते में दो बार 5 मिनट की स्ट्रेथ ट्रेनिंग
व्यस्त जीवन शैली में जिम जाने या फिर दौड़ने के लिए समय निकालना अक्सर कठिन होता है। डॉक्टर राजेश चौरसिया कहना है कि सप्ताह में केवल दो बार 5 मिनट की स्टेट ट्रेनिंग असरदार साबित हो सकती है। डॉक्टर चौरसिया के अनुसार 30 साल की उम्र के बाद हर 10 साल में मानव शरीर तीन से पांच फ़ीसदी तक मांसपेशियां खोने लगता है। 50 की उम्र के बाद यह दर और भी बढ़ जाती है।
3. कुछ ऐसा करें कि आपको बढ़िया नींद आए
अच्छी नींद एक ऐसी चीज है जिसे हम अक्सर अपने जीवन में नजर अंदाज कर देते हैं, लेकिन अच्छी नींद हमारे जीवन और स्वास्थ्य को बहुत बेहतर बना सकती है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम पर्याप्त और अच्छी नींद ले।
डॉक्टर राजेश चौरसिया के पास बेहतर नींद के लिए कई सुझाव है लेकिन एक बात जिस पर अपने साथ ध्यान नहीं दिया होगा वह यह की क्या आपको दिन में पर्याप्त धूप मिल रही है?
हमारे शरीर को दिन और रात में अलग-अलग रोशनी देखने की जरूरत होती है ताकि हमारी आंतरिक घड़ियां काम करती रहें सर्दियों के महीने में इस बारे में विशेष रूप से जागरूक रहना चाहिए।
डॉक्टर चौरसिया कहते हैं कई लोग अंधेरे में घर से निकलते हैं अंधेरे में काम कर कम पर जाते हैं। पूरे दिन दफ्तर के अंदर रहते हैं और फिर अंधेरे में ही घर लौट आते हैं।
वह कहते हैं कि अगर हर व्यक्ति काम से कम 20 मिनट धूप में बताएं तो अगली सुबह में पहले से अधिकतर हो ताजा महसूस करेगा
4. अपने लिए समय निकालो
तनाव हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुका है और दुर्भाग्य से इसके लिए आंशिक रूप से तकनीक ही जिम्मेदार है
डॉक्टर चौरसिया कहते हैं आप बिस्तर से अच्छी शांतिपूर्ण आरामदायक नींद से उठे और अचानक अलार्म घड़ी बजने लगती है। आप अपने फोन को देखने लगते हैं और फिर ढेर सारी नीली रोशनी के साथ नोटिफिकेशन आने शुरू हो जाते हैं। कई लोगों के लिए पूरे दिन की चलता रहता है अक्सर रात को सोने से ठीक पहले तक यह जारी रहता है ऐसे में हमें आराम करने का कोई समय नहीं मिल पाता है।
दिन में कम से कम 15 मिनट आपके लिए समय निकालो आप अपने लिए कुछ ऐसा करें जिससे आप बेहतर महसूस करें इस दौरान स्मार्टफोन स्मार्टफोन का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें।