1.औरंगजेब को आदर्श मानने वाले लोगों की आलोचना।2.औरंगजेब के शासनकाल में धार्मिक असहिष्णुता और अत्याचारों पर प्रकाश डाला। 3.भारतीय समाज पर औरंगजेब की नीतियों के नकारात्मक प्रभाव पर जोर दिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने औरंगजेब के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोग देश में औरंगजेब को अपना आदर्श मानने लगे हैं, जो कि एक विडंबना है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने भारत की जनता को धर्म के आधार पर न केवल विभाजित किया, बल्कि अन्य धर्मों के लोगों पर अत्याचार भी किए।
राजनाथ सिंह ने औरंगजेब के शासनकाल में धार्मिक असहिष्णुता और सांस्कृतिक धरोहर के विनाश को लेकर भी अपनी चिंताएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि औरंगजेब की नीतियों ने भारतीय समाज में विभाजन और संघर्ष को बढ़ावा दिया।
उनकी टिप्पणियाँ औरंगजेब के ऐतिहासिक व्यक्तित्व और भारतीय इतिहास में उनकी भूमिका के बारे में चल रही बहस के संदर्भ में आती हैं। कुछ लोग औरंगजेब को एक क्रूर शासक के रूप में देखते हैं, जबकि अन्य उनके शासनकाल की जटिलताओं को स्वीकार करते हैं।