कांग्रेस सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण को भव्य बनाकर विपक्षी एकता का संकेत देना चाहती है. लेकिन ऐसे दलों और नेताओं को नहीं बुलाना चाहती जो उसके समीकरणों मे फिट न बैठते हों. माना जा रहा है कि इसी कारण से कांग्रेस ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर को समारोह का निमंत्रण नही भेजा है.
कर्नाटक में मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री का नाम तय होते ही कांग्रेस की सरकार का रास्ता साफ हो गया। 20 मई को सिद्धारमैया एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की और डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।
बेंगलुरू में होने वाले शपथ-ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर जारी है। पार्टी ने शपथ ग्रहण में बुलाए जाने वाले मेहमानों की लिस्ट तैयार कर ली है। गांधी परिवार के तीनों सदस्यों (सोनिया गांधी, राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा) के साथ ही कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को विशेष रूप से बुलाया गया है।
नीतीश कुमार की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार के मुख्यमंत्री बेंगलुरू जाएंगे। वहीं ममता बनर्जी ने अपनी प्रतिनिधि के रूप में टीएमसी सांसद काकोली घोष दस्तीदार को भेजना का फैसला किया है।