महोबा: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 19 साल की युवती रोशनी अहिरवार को पिछले चार साल में 13वीं बार सांप ने डंसा है। यह घटना चरखारी तहसील के पंचमपुरा गांव की है, जहां रोशनी और उसके परिवार का दावा है कि एक काला सांप उसे बार-बार निशाना बना रहा है। इस बार 25 मार्च 2025 को सांप ने फिर से उसे डसा, जिसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पूरा मामला क्या है?
रोशनी के पिता दलपत अहिरवार के अनुसार, यह सिलसिला 2019 में शुरू हुआ जब रोशनी खेत में काम कर रही थी और गलती से उसका पैर एक काले सांप की पूंछ पर पड़ गया। इसके बाद सांप ने उसे काट लिया। इलाज के बाद वह ठीक हो गई, लेकिन तब से यह सांप मानो उसकी जिंदगी का हिस्सा बन गया। परिवार का कहना है कि सांप ने उसे घर, खेत, और यहाँ तक कि अस्पताल के बेड पर भी डसा है। हाल की घटना में रोशनी कंडे निकाल रही थी, तभी सांप ने फिर से हमला किया।
रहस्यमयी पहलू
- 13 बार डसने के बावजूद जिंदा: डॉक्टरों के लिए यह समझना मुश्किल है कि रोशनी इतने सर्पदंशों के बाद भी जीवित कैसे है। हर बार उसे एंटी-स्नेक वेनम दिया जाता है, और वह ठीक हो जाती है।
- एक ही सांप का दावा: परिवार का मानना है कि यह वही काला सांप है जो बार-बार रोशनी को काट रहा है। कुछ ग्रामीण इसे “बौना नाग” कहते हैं और इसे अलौकिक घटना मानते हैं।
- डॉक्टरों की राय: जिला अस्पताल के डॉ. राजेश भट्ट ने बताया कि रोशनी पहले भी कई बार इलाज के लिए आ चुकी है। इस बार उसके शरीर पर डसने के निशान थे, और उसे एंटी-वेनम इंजेक्शन दिया गया। हालांकि, वे इस बात पर संदेह जताते हैं कि यह बार-बार एक ही सांप का काम हो सकता है। कुछ विशेषज्ञ इसे मानसिक भ्रम या संयोग मानते हैं।
परिवार की परेशानी
दलपत ने बताया कि वे ओझा-तांत्रिक से लेकर भगवान शिव की पूजा तक सब कुछ आजमा चुके हैं। रतनगढ़ माता के दर्शन और शिवलिंग पर दीपक जलाने जैसे उपाय भी नाकाम रहे। आर्थिक तंगी के कारण वे उसे झांसी मेडिकल कॉलेज नहीं ले जा सके। परिवार अब इसे नियति मानकर भगवान पर भरोसा कर रहा है।
क्या कहते हैं लोग?
- ग्रामीणों में इसे लेकर दहशत और चर्चा है। कुछ इसे सांप का बदला मानते हैं, तो कुछ तांत्रिक क्रिया से जोड़ते हैं।
- सोशल मीडिया पर यह मामला वायरल हो रहा है, लोग इसे “रहस्यमयी” और “अविश्वसनीय” बता रहे हैं।
यह मामला सचमुच हैरान करने वाला है। क्या यह वास्तव में एक सांप का पीछा है, या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक या मनोवैज्ञानिक कारण है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। डॉक्टरों का सुझाव है कि रोशनी का मानसिक स्वास्थ्य जाँचा जाए, जबकि परिवार इसे अलौकिक घटना मान रहा है। फिलहाल रोशनी का इलाज जारी है, और यह मामला लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है।