वियाना (ऑस्ट्रिया ) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा LAC को एकतरफा रूप से बदलने की कोशिश के लिए चीन की लताड़ लगाई.
ओआरएफ टेलीविजन की एक दैनिक समाचार पत्र ऑस्ट्रियन ZIB2 पाडकॉस्ट के साथ एक साक्षात्कार में जयशंकर ने कहा हमारे बीच एलएसी को एकतरफा रूप से नहीं बदलने का समझौता था. जिसे उन्होंने एक तरफा करने की कोशिश की है. इसलिए मुझे लगता है एक मुद्दा है.” एक धारणा जो हमारे पास है जो सीधे हमारे अनुभवों से प्राप्त होती है”
एलएसी के पश्चिम में गैलवांग घाटी और पैंगोंग झील ने हाल के वर्षों में फ्लैशपॉइंट की मेजबानी की है . पूर्व में तमांग नवीनतम भारत-चीन हाथापाई का स्थल था.
मुझे लगता है हमारे अनुभवों के आधार पर एक बड़ी चिंता है. चिंता यह है कि हमारे बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना को जमा ना करने के लिए चीन के साथ समझौते हुए थे और उन्होंने इन समझौते का पालन नहीं किया. यही वजह के हमारे पास वर्तमान में तनावपूर्ण स्थिति है. जो हम करते हैं.
हाल में भारत और चीन में 20 दिसंबर को चीन पक्ष के चुशूल- मोलदो सीमा बैठक बिंदु पर कोर कमांडर स्तर की बैठक के 17वें दौर का आयोजन किया गया और पश्चिम क्षेत्र में जमीन पर सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने की सहमति व्यक्त की.
यथास्थिति को बदलने की कोशिश कर रहे चीन के बारे में बोलते हुए श्री जयशंकर ने कहा कि चीन समझौतों का पालन नहीं करने के लिए भारत को दोषी ठहरा सकता है, हालांकि उपग्रह चित्र स्पष्ट रूप से दिखा सकते हैं गलती किसकी थी.
अब और कहां ऐसा स्थिति बदल सकती है या नहीं बदल सकती है मैं एक विदेश मंत्री के रूप में सार्वजानिक रूप से भविष्यवाणी करने में संकोच करूंगा. मेरे मेरे अपने विचार और आकलन हो सकते हैं, लेकिन मैं निश्चित रूप से अपना अनुभव साझा कर सकता हूं और मेरा अनुभव की लिखित समझौते से नहीं देखा गया और हमने सैन्य दबाव के स्तरों को देखा है. जो हमारे बीच में, कोई औचित्य नहीं है. चीन इसके विपरीत कहेगा “वह कहेंगे कि भारत ने विभिन्न समझौता का पालन नहीं किया” लेकिन जाहिर है मुझे नहीं लगता कि यह चीन के लिए मुश्किल है ऐसा कहने के लिए इस कारण से रिकॉर्ड बहुत स्पष्ट है क्योंकि आज बहुत पारदर्शिता है आपके पास उपग्रह चित्र है यदि आप देखते हैं कि सीमा क्षेत्र में सेना को सबसे पहले किसने भेजा तो मुझे लगता है कि रिकॉर्ड बहुत स्पष्ट है. तो यह कि जयशंकर ने कहा चीन के लिए कहना बहुत मुश्किल है कि आपने जो सुझाव दिया है वह कह सकते हैं.